मैं जानती हूँ कि तुम एक मर्द हो, और तुम्हें भी तो दर्द बराबर का होता है। मैं जानती हूँ कि तुम एक मर्द हो, और तुम्हें भी तो दर्द बराबर का होता है।
मर्द के दर्द को सिर्फ मर्द ही जानता है, है कोई जो इन्हें इंसाफ दिला सकता है! मर्द के दर्द को सिर्फ मर्द ही जानता है, है कोई जो इन्हें इंसाफ दिला सकता है!
जिस मर्द को दर्द नहीं होता वो असल में मर्द ही नहीं होता टूटते ही जुड़ने की तो बात है, जिस मर्द को दर्द नहीं होता वो असल में मर्द ही नहीं होता टूटते ही जुड़ने की...
गरीब घर की लड़कियाँ निश्चिन्त होकर सोती नहीं पूरी रात, अपनी माँ की मनाही उपदेशों क गरीब घर की लड़कियाँ निश्चिन्त होकर सोती नहीं पूरी रात, अपनी माँ की मनाह...
खड़े होकर तो देखो मुक्ति तुम्हारे द्वार पर खड़ी है। खड़े होकर तो देखो मुक्ति तुम्हारे द्वार पर खड़ी है।
मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे जाओगी कुछ और स्मृतिय... मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे ...